मेरे हमसफ़र चल मेरे संग
नव वर्ष की लेकर उमंग
तेरा हाथ हो मेरे हाथ में
मेरे अंग-अंग बजे जलतरंग
मेरी आरजू के बिखेर दूँ
तेरी ज़िन्दगी में वफ़ा के रंग
इतनी मिले ताकत सनम
तुझे मेरे संग मुझे तेरे संग
रोके रुकें ना किसी से हम
और जीत लें दुनिया की जंग
Friday, December 31, 2010
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