Thursday, August 20, 2009

मेरा चाँद





प्रिय दोस्तों
बहुत दिनों से आपसे दिल की बात नही की। कुछ घर की परेशानियाँ तो कुछ रोज़ी की। खैर आज मैंने सोचा क्यों न आपको एक कहानी सुनाऊं - चाँद की कहानी। चाँद, जिसकी फितरत कभी निकलना कभी छुपना। कभी अपने पूरे वजूद के साथ रोशन हो कर दुनिया को अपने आकर्षण में बाँध लेना तो कभी अमावस्या के बहाने दुनिया को अंधेरे में धकेल जाना। चाँद की फितरत बेवफा है। पिछले दिनों एक और चाँद की कहानी मीडिया की सुर्खियों में थी। चाँद मोहम्मद की फिजा से मोहब्बत की कहानी। अब तो आप चाँद की असलियत बखूबी समझ गए होंगे। मैंने जिस चाँद की कहानी आपको सुनाई वो कैसी लगी, मुझे बताइयेगा।

1 comment:

  1. bohot khoob.
    ye chand ki kahani dil ko chhu gai.
    ise padhkar jo mahsoos ho raha he use bayan karne ke liye shabd nahi hen...........

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